धन उगाहना 15 सितंबर, 2024 – 1 अक्टूबर, 2024 धन उगाहने के अभियान के बारे में

Valmiki Ramayan (Hindi)

Valmiki Ramayan (Hindi)

Maharshi Valmiki
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श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण ग्रन्थाकार—त्रेतायुगमें महॢष वाल्मीकिके श्रीमुखसे साक्षात् वेदोंका ही श्रीमद्रामायणरूपमें प्राकट्य हुआ था, ऐसी आस्तिक जगत्की मान्यता है। अत: श्रीमद्रामायणको वेदतुल्य प्रतिष्ठïा प्राप्त है। धराधामका आदिकाव्य होनेके कारण इसमें भगवान्के लोकपावन चरित्रकी सर्वप्रथम वाङ्मयी परिक्रमा है। इसके एक-एक श्लोकमें भगवान्के दिव्य गुण, सत्य, सौहार्द, दया, क्षमा, मृदुता, धीरता, गम्भीरता, ज्ञान, पराक्रम, प्रजा-रंजकता, गुरुभक्ति, मैत्री, करुणा, शरणागत-वत्सलता-जैसे अनन्त पुष्पोंकी दिव्य सुगन्ध है। मूलके साथ सरस हिन्दी अनुवादमें दो खण्डोंमें उपलब्ध, सचित्र, सजिल्द।
श्रेणियाँ:
साल:
2012
प्रकाशन:
Gita Press, Gorakhpur
भाषा:
hindi
पृष्ठ:
2402
ISBN:
B078J2WN1M
फ़ाइल:
PDF, 52.74 MB
IPFS:
CID , CID Blake2b
hindi, 2012
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